O Lord my god
When I am in all some wonder
Consider all the works they hands have made.
O Lord my God……
I see the stars
I hear the rolling thunder
They pass throughout the universe displayed
Then using my soul my soul my save God so these
How great te arts, How great the arts
O Lord my God …….
When through the woods
And forest glander I wonder
I hear the woods & feel the gentle breeze
Then sing my soul my saver God so these
How great the arts, How great the arts
O Lord my God……
When I look down
From lofty mountains glander
I hear the birds sing sweetly in the trees
Then sing my soul my saver God so these
How great the arts, How great the arts
O Lord my God……
जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
पंजाब–सिंधु–गुजरात–मराठा,
द्राविड़–उत्कल–बंग।
विंध्य–हिमाचल–यमुना–गंगा
उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशिष मांगे
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगल दायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे।
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम
ऐसे हों हमारे करम,
नेकी पर चलें और बदी से डरें,
ताकि हँसते हुए निकले दम! ऐ ........
ये अन्धेरा घना छा रहा,
तेरा इन्सान घबरा रहा |
हो रहा बेखबर कुछ न आता नजर
सुख का सूरज छिपा जा रहा |
है तेरी रोशनी में जो दम,
तू अमावस को कर दे पूनम,
नेकी पर चलें और बदी से डरें,
ताकि हँसते हुए निकले दम! ऐ ........
जब जुल्मों का हो सामना,
तब तू ही हमें थामना |
वो बुराई करें हम भलाई करें,
नहीं बदले की हो कामना |
बढ़ उठे प्यार का हर कदम,
और मिटे बैर का यह भरम |
नेकी पर चलें और बदी से डरें,
ताकि हँसते हुए निकले दम! ऐ ........